मैं बोला - "यही तो है संसार में ख़ुशियों भरी पेड़ की जड़ ।" मैं बोला - "यही तो है संसार में ख़ुशियों भरी पेड़ की जड़ ।"
मैं हूं तेरी कठपुतली नाचूं तेरे हाथ में। मैं हूं तेरी कठपुतली नाचूं तेरे हाथ में।
लौट आ जाना बस एक बार ही सही जी भर के तुझे मैं गले लगाऊँ । लौट आ जाना बस एक बार ही सही जी भर के तुझे मैं गले लगाऊँ ।
जिन्दगी को एक नई दिशा देना होगा तब अपनी भविष्य मे सुन्हरा पल आएगा। जिन्दगी को एक नई दिशा देना होगा तब अपनी भविष्य मे सुन्हरा पल आएगा।
हिंसा - ध्वनि, धुंवा , धूल में है राजनीति के मूल में है। हिंसा - ध्वनि, धुंवा , धूल में है राजनीति के मूल में है।
पहला प्यार, वो अपने मां-बाप से करता। पहला प्यार, वो अपने मां-बाप से करता।